नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू ( RIL Rights Issue ) 14 मई को आ रहा है। यह किसी और का नहीं बल्कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ( Reliance Industries Limited ) का राइट्स इश्यू है, जिसकी घोषणा होने के बाद इसकी तारीख का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इसकी कीमत 1,257 रुपए प्रति शेयर होगी, और शेयर अनुपात 1:15 होगा। जबकि इश्यू की राशि 53,125 करोड़ रुपए होगी। भुगतान की शर्तों के मुताबिक, शेयरधारक जितने मूल्य के शेयरों के लिए आवेदन करेंगे, उसका 25 फीसदी आवेदन के वक्त ही देना होगा, जबकि शेष राशि बाद में दी जा सकती है। आपको बता दें कि आरआईएल ( RIL ) 30 साल में पहली बार इतना बड़ा राइट्स इश्यू लेकर आ रही है। बताया गया है कि राइट्स इश्यू जारी करने और बंद करने के के बारे में अलग से सूचित किया जाएगा।
तीन दशक का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू
आरआईएल बोर्ड ने 30 अप्रैल को 1,257 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 53,125 करोड़ रुपए के राइट्स इश्यू को मंजूरी दी थी। पात्र शेयरधारकों द्वारा रिकॉर्ड तिथि के अनुसार, प्रत्येक 15 इक्विटी शेयरों के लिए अधिकार पात्रता अनुपात एक इक्विटी शेयर होगा। आरआईएल तीन दशकों बाद राइट इश्यू लेकर आ रही है। इस इश्यू को आंशिक रूप से भुगतान किए गए शेयरों के रूप में संरचित किया जाएगा और यह शेयरधारकों को समय के साथ अपने निवेश पर परिव्यय चरणबद्ध करने में सक्षम करेगा।
कंपनी को होगा फायदा
जानकारों के अनुसार कंपनी मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों का मुकाबला करने में काफी सक्षम है। इसे कई तरह के कारोबारों से आय हो रही है। कंपनी का कारोबारी मॉडल काफी मजबूत है। इसके एबिडा का 35 फीसदी उपभोक्ता कारोबार से आता है। कंपनी का निवेश चक्र पूरा हो चुका है। मूल्य सृजन के लिहाज से आने वाला समय कंपनी के लिए काफी अच्छा रहने वाला है। पिछले दशक में असेट लाइट टेक्नोलॉजी कंपनियों ने ज्यादा मूल्य का सृजन किया है। अमेजन, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल इसके उदाहरण हैं। डिजिटल सेवाओं में रणनीतिक निवेश और संगठित रिटेल प्लेटफॉर्म में रणनीतिक निवेश के कारण आने वाले समय में कंपनी का मूल्य बढ़ेगा।
राइट्स इश्यू का यही है सही समय
इस राइट इश्यू को निवेश के लिए एक अच्छा अवसर बताते हुए बाजार जानकारों का कहना है कि महामारी के कारण जीवन यापन और कामकाज के तरीके बदल रहे हैं। डिजिटल सेवाओं के कारोबार में विकास के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। यह मूल्य बढ़ाने वाला राइट इश्यू है। राइट्स इश्यू का समय सही है, क्योंकि कंपनी के शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से करीब 12 फीसदी नीचे हैं। इससे पता चलता है कि बाजार का कंपनी पर पूरा भरोसा है।
लगातार हो रही है कंपनी शेयर की कीमत में इजाफा
24 मार्च को शेयर 943 रुपए पर कारोबार कर रहा था, वहीं 20 अप्रैल को जब क्रूड का मूल्य गिरकर शून्य से नीचे चला गया, तब भी कंपनी के शेयर 1,243 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। वहीं 22 अप्रैल को जिस दिन फेसबुक-जियो सौदे की घोषणा हुई थी, उस दिन ये शेयर 1,237 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। राइट इश्यू के लिए बोर्ड की बैठक की घोषणा करने के दिन 27 अप्रैल को कंपनी के शेयर 1,429 रुपए पर कारोबार कर रहे थे।
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