नई दिल्ली: कोरोना का असर कंपनियों की आर्थिक सेहत पर दिखने लगा है। अपने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए कंपनियां वेतन कटौती से लेकर छंटनी तक का सहारा ले रही है। अब इन कंपनियों में देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी ( airlines company ) indigo का नाम भी शामिल हो गया है। Indigo ने मई से लेकर जुलाई तक कर्मचारियों की सैलेरी काटने ( salary cut ) का फैसला किया है।
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Indigo के सीईओ रंजॉय दत्ता ने कर्मचारियों को ऑफिशियल मेल लिखकर इस बत की जानकारी दी। दत्ता ने अपने मेल में लिखा है कि कंपनी के पास अब सैलेरी कट करने के अलावा किसी तरह का ऑप्शन नहीं बचा है। इसके चलते कंपनी मई से लेकर जुलाई तक सिलसिलेवार तरीके से लीव विदआउट पे का प्रोग्राम लागू करना होगा । इसके तहत सभी कैटेगरी के कर्मचारियों को बारी-बारी से 1.5-5 दिनों के लिए LEAVE WITHOUT PAY पर भेजा जाएगा।
यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि कंपनी ने अप्रैल में सैलेरी कट करने का फैसला सरकार की अपील के बाद वापस ले लिया था । कोरोनावायरस के कारण पैदा हुए इस संकट में एयरलाइंस को गंभीर नकदी संकट का सामना कर रही हैं। सरकार ने लॉकडाउन से पहले ही सभी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी थी। जिसकी वजह से इन कंपनियों का कामकाज ठप्प हो गया था।
इंडिगो की ही तरह स्पाइसजेट ( SpiceJet ) और गो-एयर ( GoAir ) ने या तो वेतन में कटौती की है या बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है। गोएयर ने अपने कर्मचारियों को अप्रैल की सैलरी भी नहीं दी। कंपनी ने मेल कर कर्मचारियों से हालात समझने औऱ घर पर रहने की बात कही थी।
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