सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के साथ पंजीकृत आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 4.21 लाख करोड़ रुपए का निर्यात किया है। एसटीपीआई के महानिदेशक ओंकार राय के अनुसार, निर्यात 1992-93 में 52 करोड़ रुपए से बढ़कर 2019-20 में 4,21,103 करोड़ रुपए हो गया है।
'न्यू इंडिया' की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लगी रहेगी एसटीपीआई
राय ने कहा कि पिछले तीन दशकों में आईटी उद्योग को बढ़ावा देने और सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने में एसटीपीआई के निर्धारित प्रयास अनिवार्य रूप से देश की आर्थिक प्रगति के लिए एसटीपीआई की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। एसटीपीआई टीम आने वाले दिनों में भी 'न्यू इंडिया' की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लगी रहेगी। हाल ही में एक कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि एसटीपीआई ने पूरे भारत में सहयोगात्मक तरीके से 21 डोमेन-सेंट्रिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित करने पर विचार किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाली एक स्वायत्त सोसायटी एसटीपीआई ने शुक्रवार को अपना 29वां स्थापना दिवस मनाया।
एसटीपीआई का डिजाइन सफल होने और उद्योग को सफल बनाने में मददगार
उद्घाटन संबोधन में MeitY के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने एसटीपीआई की तीन दशक की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एसटीपीआई का डिजाइन सफल होने और उद्योग को सफल बनाने में मदद करने के लिए किया गया है और दोनों साथ साथ चलते हैं। हाल के दिनों में हमारे द्वारा सामने लाए गए कई बेहतरीन योजनाओं को लागू करने में एसटीपीआई हमारा साथी रहा है। यह न केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) उद्योग के विकास में सहायक रहा है। स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में ई-गवर्नेंस और डिजिटल विस्तार भारत के लिए बहुत बड़े अवसर प्रदान करते हैं। यह आगामी दशक के लिए एसटीपीआई की भूमिका को फिर से परिभाषित करने का समय है।
एसटीपीआई भारतीय आईटी, आईटीईएस, ईएसडीएम उद्योग के विकास में सहायक
5 जून 1991 को स्थापना के बाद से ही सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) भारतीय आईटी, आईटीईएस, ईएसडीएम उद्योग के विकास में सहायक रहा है। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपी) और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (ईएचटीपी) योजनाओं को लागू करके देश से सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एसटीपीआई ने एक मजबूत-इकोसिस्टम का निर्माण करके देश में पॉलिसी गवर्नन्स के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का बीड़ा उठाया है। सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो क्लिरिएंस सेवाएं, विश्व स्तरीय इंटरनेट कनेक्टिविटी, स्टेट-ऑफ-द-आर्ट इंक्यूबेशन फैसिलिटी और अन्य बुनियादी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
एसटीपीआई आईटी उद्योग का अभिन्न अंग
इस मौके पर नैसकॉम की अध्यक्ष देबजानी घोष ने कहा कि एसटीपीआई सिर्फ एक साझेदार नहीं है बल्कि आईटी उद्योग का एक अभिन्न अंग है, जो भी आप करते हैं उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। भारत में यूएस 191 बिलियन डॉलर का आईटी उद्योग है जिसमें 18,000 से अधिक फर्म हैं जो सीधे 4.36 मिलियन कार्यबल का उपयोग करते हैं, जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 8.0 फीसदी है। भारतीय आईटी उद्योग को सॉफ्टवेयर निर्यात के लिए ग्लोबल आउटसोर्सिंग डेस्टिनेशन बनाने में एसटीपीआई की भूमिका को परिभाषित करता है।
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