रिलायंस इंडस्ट्रीज और जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड ने संडे डील की घोषणा की है।अबूधाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) ने 5,683.50 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह निवेश 4.91 लाख करोड़ रुपए के इक्विटी वैल्यू और 5.16 लाख करोड़ रुपए के इंटरप्राइज वैल्यू पर किया गया है। इसके एवज में एडीआईए को 1.16 प्रतिशत इक्विटी मिलेगी। इसके साथ ही जियो में सात हफ्ते से कम समय में कुल निवेश 97,885.65 करोड़ रुपए हो गया है।
सिल्वर लेक ने शुक्रवार को अंतिम निवेश किया था। इस तरह से दो बार में सिल्वर लेक ने कुल 10,202.55 करोड़ रुपए का निवेश जियो प्लेटफॉर्म में किया है।
शुक्रवार को दो निवेश जियो में हुआ था
बता दें कि शुक्रवार दो निवेश जियो में हुआ था। इसमें एक निवेशमुबाडला ने9,039 करोड़ रुपए का किया था।जबकि सिल्वर लेक ने दो चरणों में 10,202.55 करोड़ रुपए का निवेश किया। इसमें से 4,546.80 करोड़ रुपए का निवेश शुक्रवार को और 5,655.75 करोड़ का निवेश 4 मई को किया गया था।सिल्वर लेक का निवेश इक्विटी के 4.91 लाख करोड़ के वैल्यूएशन के आधार पर किया गया है। जबकि इंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ के आधार पर निवेश किया गया है। इसके साथ ही सिल्वर लेक 2.08 प्रतिशत इक्विटी जियो में हासिल कर लेगा।
जियो में अब कुल निवेश 97,802करोड़ रुपए से ऊपरहो गया है। 6 हफ्तों में यह सातवां निवेश था। इस तरह से देखा जाए तो रिलायंस ने इस निवेश को और राइट्स इश्यू को मिलाकर कुल 1.05लाख करोड़ रुपए की राशि हासिल की है।
4.91लाखकरोड़रुपएकीइक्विटीवैल्यूपरहुआनिवेश
मुबादला कानिवेश जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए और एंटरप्राइजेज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपए पर किया गया था। इस निवेश के जरिए मुबादला को जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.85% हिस्सेदारी मिल जाएगी। इस 92,202 करोड़ के साथ राइट्स इश्यू के 53,125 करोड़ का एक चौथाई हिस्सा भी रिलायंस के पास है। इस तरह से कुल मिलाकर 1.05 लाख करोड़ रुपए कंपनी के पास कर्ज चुकाने के लिए हो गया है।
जियोप्लेटफॉर्म्समेंनिवेशकरनेवालीपहलीगैरअमेरिकीकंपनी
निवेश के लिहाज से आरआईएल का जियो प्लेटफॉर्म्स अमेरिकी कंपनियों की पहली पसंद बना हुआ है। अब मुबादला जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश करने वाली पहलीगैर-अमेरिकी कंपनी बन गई है। इससे पहले निवेश करने वाली फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक और केकेआर एंड कंपनी सभी अमेरिकी कंपनी हैं।
रिलायंसइंडस्ट्रीजपरमार्चमेंथा1,61,035करोड़रुपएकाशुद्धकर्ज
मार्च तिमाही के अंत में रिलायंस पर 3,36,294 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया था। उस समय कंपनी के पास 1,75,259 करोड़ रुपए की नकदी थी। कर्ज को नकदी के साथ एडजस्ट करने के बाद कंपनी का नेट कर्ज 1,61,035 करोड़ रुपए था। कंपनी पर जो कर्ज बकाया है, उसमें से 2,62,000 करोड़ रुपए का कर्ज रिलायंस के बैलेंसशीट पर है और 23,000 करोड़ रुपए का कर्ज जियो पर है। कंपनी ने मार्च 2020 तक कर्जमुक्त होने का लक्ष्य रखा है।
No comments:
Post a Comment