पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने कहा है कि एलएनजी स्टेशन स्थापित करने के लिए किसी भी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है और कोई भी एंटिटी स्टेशन स्थापित कर सकता है। पीएनजीआरबी की ओर से यह जानकारी देने के बाद घरेलू एनर्जी कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड ने पूरे देश में एलएनजी स्टेशन स्थापित करने के लिए आवेदन मांगे हैं।
ओएमसी, सीजीडी एंटिटी और अन्य इच्छुक लोग कर सकते हैं आवेदन
पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पीएनजीआरबी के बयान के बाद कंपनी पूरे देश में एलएनजी स्टेशन स्थापित करना चाहती है। इसमें देश के मुख्य नेशनल हावे के किनारे एलएनजी स्टेशन स्थापित करना प्रमुख हैं। यदि इस प्रोजेक्ट में कोई ऑयल मार्केटिंग कंपनीज (ओएमसी), सीजीडी एंटिटीज और अन्य पार्टी भागीदार बनने की इच्छुक है तो वे आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, कंपनी की ओर से आवेदन का तरीका नहीं बताया गया है।
देश को गैस आधारित इकोनॉमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है कंपनी: प्रभात सिंह
पेट्रोनेट के एमडी और सीईओ प्रभात सिंह का कहना है कि कंपनी सरकार के देश को गैस आधारित इकोनॉमी बनाने और एलएनजी को कमर्शियल वाहनों के लिए स्वच्छ और ग्रीन गैस के रूप में प्रमोट करने के लिए सभी प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुंबई हाईवे के किनारे एलएनजी स्टेशन स्थापित करने के लिए कंपनी ने टेंडर निकाल दिया है।
25 फीसदी तक कम हो जाता है खर्च
पेट्रोनेट के गुजरात के दाहेज और केरल के कोच्चि में एलएनजी टर्मिनल स्थापित हैं। यहां कपनी एलएनजी आधारित कमर्शियल बसों का संचालन करती है। यह बसें कंपनी के कर्मचारियों को लाने-ले जाने का कार्य करती हैं। एक बार फिलिंग के बाद यह बसें 900 किलोमीटर का सफर तय करती हैं। एलएनजी के इस्तेमाल से वाहन मालिकों के फ्यूल में 25 फीसदी तक की कमी आती है। वहीं क्रूड के मुकाबले एलएनजी के आयात से देश का इंपोर्ट बिल भी 30 से 40 फीसदी कम हो जाएगा।
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