बीते 30 सालों में आधी से भी कम हुआ स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाला ब्याज - SAARTHI BUSINESS NEWS

Business News, New Ideas News, CFO News, Finance News, Startups News, Events News, Seminar News

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Saturday, June 27, 2020

बीते 30 सालों में आधी से भी कम हुआ स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाला ब्याज





सरकार एक बार फिर छोटी बचत योजनाओं (small savings) पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। इसके तहत पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में भी कटौती की जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो PPF पर मिलने वाला ब्याज 7 फीसदी से भी नीचे जा सकता है, जो 46 साल में सबसे कम होगा। इससे पहले 1974 में PPF पर मिलने वाली ब्याज दर 7 फीसदी से कम हुई थी। सरकार लगातार छोटी बचत योजनाओं में कटौती कर रही है इस कारण ये अब ज्यादा मुनाफे वाली नहीं रह गई हैं। 

लगातार हुई कटौती 

28 साल पहले यानी 1992 में पोस्ट ऑफिस (post office) टाइम डिपॉजिट पर 5 साल के निवेश पर 13.5 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है जो अब घटकर 6.7 फीसदी रह गया है। 

PPF पर 1992 में 12 फीसदी ब्याज (interest) मिलता था जो अब घटकर 7.1 रह गया है। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (5 साल) की ब्याज दर भी बीते 28 सालों में 12 से घटाकर 6.8 फीसदी पर आ गई है। 
सीनियन सिटीजन सेविंग स्कीम(5 साल) पर 2012 में 9.3 फीसदी ब्याज मिल रहा था जो अब 7.4 फीसदी रह गया।

बीते सालों में ब्याज दरों में कितनी कटौती हुई (ब्याज दर % में)

साल

टाइम डिपॉजिट

PPF

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (5 साल)

अप्रैल 1992 तक

13.5

12

12

सितम्बर 1993 तक

12.5

12

12

जनवरी 1999 तक

11.5

12

11.5

जनवरी 2000 तक

10.5

11

11

मार्च 2001 तक

9

9.5

9.5

मार्च 2002 तक

8.5

9

9

मार्च 2003 तक

7.5

8

8

दिसंबर 2011 तक

8.3

8.6

8.4

अप्रैल 2012 तक

8.5

8.8

8.6

अप्रैल 2013 तक

8.4

8.7

8.5

अप्रैल 2014 तक

8.5

8.7

8.5

अप्रैल 2015 तक

8.5

8.7

8.5

जून 2016 तक

7.9

8.1

8.1

अप्रैल 2017 तक

7.7

7.9

7.9

जून2017 तक

7.6

7.8

7.8

जनवरी 2018 तक

7.4

7.6

7.6

जून 2019 तक

7.8

8

8

मार्च 2020 तक

7.7

7.9

7.9

इस चालू तिमाही में

6.7

7.1

6.8



small savings schemes

No comments:

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages