नई दिल्ली ग्रॉसरी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिगबास्केट में हैकर्स ने सेंध लगाई है। कंपनी के डेटा से करीब 2 करोड़ लोगों का डेटा चोरी होने की खबरें सामने आ रही हैं। कंपनी की तरफ से साइबर क्राइम सेल में शिकायत भी की गई है। बताया जा रहा है कि हैकर्स ने करीब 2 करोड़ यूजर्स का डेटा 30 लाख रुपये में बेचने के लिए डार्क वेब पर डाल दिया है। क्या होता है डार्क वेब? डार्क वेब एक तरह से इंटरनेट का अंडरवर्ल्ड है। यहां घातक हथियार, लोगों के क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड के डीटेल्स, ई-मेल एड्रेस, लोगों के फोन नंबर, ड्रग्स, नकली करंसी और दूसरी चीजें बड़ी आसानी से मिल जाती हैं। ये सारी चीजें यहां काफी कम दाम पर मिल जाती हैं। असल में हम जिस इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, वह बहुत छोटा हिस्सा है। इंटरनेट के बड़े हिस्से तक लोगों की पहुंच नहीं है और इसे ही डार्क वेब कहते हैं। इंटरनेट का यह संसार दुनिया की नजरों से ओझल है। डार्क वेब में ड्रग्स या दूसरी चीजें बेचने वाले ज्यादातर लोग विदेश में होते हैं। पेमेंट करने पर ये कोरियर या अपने एजेंट्स के जरिए लोगों तक चीजें पहुंचाते हैं। डार्क वेब इंटरनेट का वह सेक्शन है, जिसमें यूजर की पहचान गुप्त रहती है। Tor या Onion जैसे ब्राउजर्स का इस्तेमाल करके इन तक पहुंच बनाई जाती है।
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