नई दिल्ली: कोरोनावायरस ( coronavirus ) के चलते जहां क्रूड ऑयल धराशायी हो रहा है वहीं सोने की कीमत ( gold price ) लगातार नई उंचाईयां छू रही है। दरअसल दुनियाभर के बाजार धराशाई होने के कारण निवेशकों को स्टॉक और बॉण्ड्स की ओर आकर्षित नहीं कर पा रहे है। ऐसे सोना सुरक्षित निवेश ( gold ivestment ) के तौर पर लोगों को लुभा रही है।
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बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटी( BofSec) के एक्सपर्ट्स का दावा है कि 2021 तक वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी। दूसरे शब्दों में कहें तो 2021 तक सोने की कीमत ( gold price rise ) भारतीय बाजार में 82,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है । इतिहास में पहला मौका होगा जब सोने की कीमत 82000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचने की संभावना है। ऐसे में इस साल सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। 1 साल के भीतर सोने में निवेश से दोगुना लाभ कमाने कीा उम्मीद है।
सोने-चांदी की कीमत में उछाल का कारण- जैसा कि हमने पहले ही बताया कि कोरोना कि वजह से मार्केट की हालत खराब है ऐसे में सभी को सोने में निवेश करना बढ़िया ऑप्शन लग रहा है। लेकिन सोना हमेशा से ही निवेशकों की पहली पसंद रहा है ऐसे में इस बार इतनी बढ़ोत्तरी की वजह क्या है।
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दरअसल कोरोनावायरस का अभी तक साइंटिस्ट इलाज ढूंढ नहीं पाएं हैं ऐसे में माना जा रहा है कि ये महामारी लंबे वक्त तक पीछा नहीं छोड़ेगी और चूंकि इसमें सोशल डिस्टेंसिंग महत्वपूर्ण है इसलिए इसका असर लोगों के कामकाज के तरीके पर भी पड़ेगा । कोरोना और लॉकडाउन के कारण बाजार को पटरी पर लाने में वक्त लगने वाला है। ग्लोबल एजेंसियां भी मंदी की बात कह रही है। इस तरह की अस्थिरता में सोना सेफ हैवन बन रहा है। वहीं यह महंगाई में हेजिंग के रूप में भी काम करता है। इसलिए सोने की कीमत में उछाल आने वाले वक्त में भी जारी रह सकता है ।
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