आज कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लाखों लोग बिल्कुल एकाकी जीवन व्यतीत कर रहे हैं, लिहाजा ऐसे समय में सकारात्मक सोच को बरकरार रखना और अपनी स्थिति को रचनात्मक नज़रिए से देखना अनिवार्य हो जाता है। अगर आप एक सिंगल मदर हैं, तो ऐसे समय में स्कूलों के लंबे समय तक बंद होने की ख़बरों से आपके मन में भी कुछ सवाल जरूर उठा रहे होंगे, जैसे कि सिंगल पैरंट होने की वजह से घर पर आपके बच्चों की देखभाल कौन करेगा? सिंगल मदर होने के चलते आप अपनी नौकरी को कैसे जारी रख सकती हैं, और आपके मन में आर्थिक सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं भी हो सकती है? इसलिए, इस समय का अच्छी तरह उपयोग करें तथा अपने परिवार की आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों पर सोच-विचार करें।
फ़्यूचर जेनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्रीराज देशपांडे के मुताबिक हर महिला की परिस्थिति एक दूसरे से भिन्न हो सकती है और उनके लिए अपने जीवनसाथी से अलग होने के कई कारण हो सकते हैं। सिंगल पैरंट होने का मतलब यह नहीं है कि ऐसी महिलाएं केवल अपने दम पर ही बच्चों की परवरिश करती हैं, क्योंकि कभी-कभी उन्हें अपने परिवार की ओर से भी बिना शर्त सहायता मिलती है। इसलिए उनकी देखभाल करने के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी आपकी जिम्मेदारी है। चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति में अपने बच्चों और परिवार की देखभाल पर होने वाले खर्च के बारे में विचार करना, सिंगल मदर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। अच्छी तरह जांच-पड़ताल के बाद स्वास्थ्य बीमा खरीदना ही इसका सबसे सरल समाधान है, जो आपकी सभी जरूरतों को पूरा करेगा।
आइए हम दो परिस्थितियों पर गौर करें और बीमा के संदर्भ में सिंगल मदर्स की जरूरतों तथा उपलब्ध विकल्पों को समझें।
बच्चे/ बच्चों का पालन-पोषण करने वाली सिंगल मदर्स
आज के ज़माने में आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर होना सबसे बड़ी चुनौती है। परिवार में पैसे कमाने वाले इकलौते व्यक्ति की भूमिका निभाने के अलावा, आपको अपने बच्चों की परवरिश के साथ-साथ अपने घर की देखभाल भी करनी होगी। एक माँ होने के नाते, आपके मन में भी अपने बच्चे/ बच्चों को उच्चतम स्तर की सुरक्षा प्रदान करने की भावना अवश्य होगी। लेकिन जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होगा, स्वाभाविक रूप से उसकी शरारतें भी बढ़ जाएंगी। कभी-कभी वे खुद को घायल कर लेंगे, या फिर उन्हें चोट लगने, कटने और खरोंच लगने की संभावना बनी रहेगी। हालांकि ऐसी बातों को सोचकर ही डर लगता है, लेकिन इससे आपके बच्चे को विकसित होने तथा सही और गलत का खुद से आकलन करने में मदद मिलेगी। लिहाजा अपने बच्चे के अनवरत विकास एवं उनकी सुरक्षा के लिए, स्वास्थ्य बीमा खरीदना ही बेहतर है। इस तरह के हेल्थ कवर से आपको उनके अस्पताल में भर्ती होने के साथ-साथ इस दौरान चिकित्सा प्रक्रियाओं पर होने वाले खर्च की बचत में मदद मिल सकती है, जो आपके द्वारा खरीदी जाने वाली पॉलिसी पर निर्भर है। स्वास्थ्य बीमा खरीदने के बाद आप पूरी तरह निश्चिंत हो सकती हैं, जिससे बच्चों के बचपन की शरारतें भी जारी रहेंगी और आपको पैसों की चिंता भी नहीं सताएगी।
बच्चों की परवरिश के साथ-साथ परिवार की देखभाल करने वाली सिंगल मदर्स:
वैश्वीकरण और शहरीकरण के इस दौर में, आज कई महिलाएं बेहद सौभाग्यशाली हैं जिन्हें बच्चों की परवरिश में अपने परिवार का सहयोग मिलता है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर महिलाओं के लिए भी अपने परिवार की देखभाल करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। लाइफस्टाइल की वजह से होने वाली बीमारियों और इलाज पर आसमान छूते खर्चों के बढ़ते जोखिम को देखते हुए, एक बेहतरीन स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का होना बेहद जरूरी है जो आपके परिवार के लिए ढाल साबित होती है। अगर अपने प्रियजनों के सेहत की सुरक्षा की बात की जाए, तो एक फैमिली फ्लोटर को सबसे बेहतर फैमिली हेल्थ प्लान माना जाता है। चूंकि एक ही हेल्थ प्लान से पूरे परिवार को कवरेज मिलती है, इसलिए यह आपको परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने और जारी रखने की झंझट से छुटकारा दिलाता है।
- इलाज पर मिलने वाले फायदों के अलावा, अगर आप अपने माता-पिता के लिए मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान कर रही हैं, तो आप प्रत्येक वित्त-वर्ष में 25000/- रुपये तक की अतिरिक्त कटौती का भी दावा कर सकती हैं। अगर आपके माता-पिता या उनमें से कोई एक वरिष्ठ नागरिक हैं, तो यह सीमा 30000/- रुपये तक जा सकती है।
- एक सिंगल मदर / पेरेंट होने के नाते, आपको काफी सोच-समझकर योजना बनानी होगी तथा समय के साथ धीरे-धीरे बड़ी धनराशि जमा करने का प्रयास करना होगा। इस लिहाज से देखा जाए तो स्वास्थ्य बीमा आपको चिकित्सा पर होने वाले खर्च से बचाने के अलावा टैक्स की बचत करने में भी मदद कर सकता है। सिंगल पैरंट होने के नाते, आपके लिए अपनी मेहनत की कमाई को बचाना बेहद जरूरी है ताकि आप अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह पूरा कर सकें। इसलिए, स्वास्थ्य बीमा से न केवल आपके मन को सुकून मिलेगा, बल्कि यह आपकी पसीने की कमाई को टैक्स में जाने से भी बचाएगा।
सही इंश्योरेंस पॉलिसी और बीमा कंपनी के चयन के लिए आपको काफी सोच-समझकर निर्णय लेना होगा। इससे आपको अपने परिवार के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।
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