नई दिल्ली। भले ही देश में 3 मई तक लॉकडाउन है, लेकिल कोरोना वायरस का कहर ( Coronavirus Crisis ) देश में देखने को मिल रहा है, उससे इसके बढऩे की आशंकाएं बढऩे लगी है। वहीं कुछ मुख्यमंत्रियों ने तो वीडियो कांफ्रेंसिंग में पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) से इसे बढ़ाने की भी बात कही है। अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो देश में खाद्यान्न और जरूरी सामानों की आपूर्ति ( Supply of Food and Essential Goods ) करने का सवाल खड़ा होता है। इस पर देश के केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ( Piyush Goyal ) ने ट्वीट के माध्यम से स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि देश में चल रही अन्नपूर्णा ट्रेन ( Annapurna Train ) से देश में खाद्यान और बाकी जरूरी सामानों की आपूर्ति जारी रहेगी। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पीयूष गोयल की ओर से अपने ट्वीट में क्या कहा...
पीयूष गोयल का ट्वीट
कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौर में सरकार ने साफ कर दिया है कि किसी को भी खाद्यान्न संकट और जरूरी सामानों की कमी नहीं होगी। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि खाद्य सामग्री और जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए रेलवे अन्नपूर्णा ट्रेनों का संचालन कर रहा है। उन्हाने कहा कि अन्नपूर्णा ट्रेनें खाद्यान्न से भरी दो मालगाडिय़ों का कॉम्बिनेशन है। इन ट्रेनों में जरूरी सामानों की भी आपूर्ति भी की जा रही है।
किसे कहते हैं अन्नपूर्णा ट्रेन
रेलवे मिनिस्ट्री की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार दो मालगाड़ियों को जोड़कर बनाई स्पेशल मालगाड़ी को अन्नपूर्णा ट्रेन नाम दिया गया है। यह ट्रेनें लॉकडाउन के दौरान देश के किसी हिस्से में खाने और जरूरी सामानों को एक जगह से दूसरी जगहों पर पहुंचा रहा है। यह स्पेशल ट्रेन दूसरी मालगाडिय़ों के मुकाबले तेज होती हैं और कम समय में गंतव्य स्थानों पर पहुंचती हैं। ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि रेलवे इतनी बड़ी मात्रा में खाद्यान्न की डिलीवरी कर रहा है। आंकड़ों के अनुसार यह आपूर्ति पिछले साल के मुकाबले 137 फीसदी ज्यादा है।
17 अप्रैल को रेलवे की ओर से जारी हुए थे आंकड़े
- उत्तर रेलवे के अनुसार नॉर्दन ने अकेले 53 फीसदी खाद्यान्न का लदान किया है।
- नॉर्दन रेलवे ने एक दिन में रिकॉर्ड 51 रैक का लदान किया, जो अब तक का एक दिन का सर्वाधिक लदान है।
- 17 अप्रैल तक 15.75 लाख टन खाद्यान्न भेजा गया है, जो कि पिछले वर्ष से 137 फीसदी अधिक है।
- उत्तर रेलवे पर लदान का औसत 15 रैक प्रतिदिन से बढ़कर 51 रैक प्रतिदिन हो गया है। रे
- उत्तर रेलवे ने बताया कि राज्यों को खाद्यान्न की आपूर्ति करने में यह जोन सबसे आगे है।
- लॉकडाउन अवधि के दौरान कुल खाद्यान्न लदान का लगभग 53 फीसदी अकेले उत्तर रेलवे द्वारा किया गया है।
- उत्तर रेलवे ने खाद्यान्न के 573 रैकों (15.7 लाख टन) का लदान किया है।
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