उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बन रहे जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विकास के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को सुरक्षा मंजूरी मिल गई है। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एसपी गोयल ने ट्वीट कर दी। यह फर्म 29 नवंबर को एनसीआर क्षेत्र में स्थित जेवर में बनने जा रहे इस हवाई अड्डे के लिए सबसे बड़ी बोली लगाने वाली फर्म के रूप में उभरी थी।उत्तर प्रदेश सरकार के प्रधान सचिव एस पी गोयल ने ट्वीट करके कहा, ‘इस बात को साझा करते हुए खुश हूं कि जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा के विकास के उद्देश्य से स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशन एजी को सुरक्षा अनुमति मिल गयी है।’
अनुमानित लागत करीब 29560 करोड़ रुपए है
इस परियोजना से जुड़े गौतमबुद्ध नगर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार्य को शुरू करने की प्रक्रिया के तहत फर्म ने केन्द्रीय ग्रह मंत्रालय को सुरक्षा अनुमति के लिए आवेदन दिया था।अधिकारियों के अनुसार यह हवाई अड्डा 5000 हेक्टेयर में बनाया जाएगा। स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 29560 करोड़ रुपए की लागत से इस हवाई अड्डे का विकास करेगी।
दुनिया का 5वां सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा जेवर
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का 5वां सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा। इसके कंस्ट्रक्शन से जुड़े कामकाज को देखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का गठन कर चुकी है। इस हवाई अड्डे के बनने से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बोझ घटेगा। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी। रोजगार और व्यापार बढ़ेगा। साथ ही निवेशक भी उत्तर प्रदेश की ओर रुख करेंगे।
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