कोविड-19 महामारी की वजह से जापान की आर्थिक वृद्धि को पहली तिमाही में मंदी का सामना करना पड़ा है। कोरोनावायरस के देश के अंदर उत्पादन, निर्यात और खर्च खत्म कर दिए हैं। वहीं, इस बात की भी आशंका है कि बुरा समय आगे बढ़ सकता है।
मंत्रिमंडल कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी-मार्च की अवधि के लिए वास्तविक रूप से समायोजित सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वार्षिक गति में सोमवार को 3.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वार्षिक गति यह बताती है कि एक वर्ष तक जारी रहने पर दर क्या होगी। सिर्फ तिमाही के लिए गिरावट 0.9 प्रतिशत था।
निर्यात और निजी आवासीय निवेश में भी गिरावट
निर्यात में 21.8 प्रतिशत की गिरावट आई। निजी आवासीय निवेश लगभग 17 प्रतिशत फिसल गया और घरेलू उपभोग 3.1 प्रतिशत तक गिर गया।एनालिस्ट का कहना है कि अभी स्थिति और भी ज्यादा बदतर होने की उम्मीद है, क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध के बाद से विश्व के सामने तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने की चुनौती है। जापान में तकनीकी मंदी में है, जिसे संकुचन के दो चौथाई के रूप में परिभाषित किया गया है, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था अक्टूबर-दिसंबर में 1.9 प्रतिशत थी। लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर में विकास सपाट था। वहीं, अप्रैल-जून में यह 0.5 प्रतिशत था।
चीन और अमेरिका को लेकर संवेदनशील
जापान, चीन और अमेरिका दोनों के साथ व्यापार पर अपनी निर्भरता को देखते हुए, जिस देश में महामारी शुरू हुई और जिस देश में यह सबसे लोग मारे गए, उनसे बचाव के लिए बेहद संवेदनशील है। महामारी से लड़ने के लिए उसने अन्य देशों और लोगों के साथ यात्रा, पर्यटन और व्यापार बंद कर दिया है।
जापान की अर्थव्यवस्था की स्तंभ मानी जाने वाली कंपनी टोयोटा मोटर कॉर्प ने भी निराशाजनक वित्तीय परिणामों की सूचना दी है। कुछ कंपनियां इस वित्तीय वर्ष के लिए पूर्वानुमान प्रदान करने में असमर्थ रही हैं। सरकार ने लगभग 108 ट्रिलियन येन (1 ट्रिलियन डॉलर) के बचाव पैकेज के साथ छोटे व्यवसायों और नकद हैंडआउट्स के लिए योजनाएं बनाई हैं।
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