नई दिल्ली: आर्थिक पैकेज ( ECONOMIC RELIEF PACKAGE ) की घोषणाओं में रेहड़ी और पटरीवालों की मदद के लिए सरकार ने मुद्रा योजना में छूट का ऐलान किया है। सरकार ने इस योजना के तहत शिशु स्कीम से लोन लेने वालों के लिए 2 फीसदी ब्याज छूट देने का फैसला लेते हुए 1500 करोड़ की मदद की है। ये छूट अगले 12 महीने तक होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman ) ने इस बारे में बताते हुए कहा कि इसका लाभ करीब तीन करोड़ लोगों को मिलने जा रहा है जबकि अब तक लगभग 1. 62 करोड़ रुपए का लोन बांटा जा चुका है । अगर आप भी सरकार की इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं लेकिन आपको इस योजना के बारे में नहीं पता तो पढ़े ये आर्टिकल क्योंकि आज हम आपको ये बताएंगे कि इस योजना मकसद क्या है और इसके तहत कौन लोन के लिए अप्लाई कर सकता है।
कब हुई शुरूआत-
केंद्र सरकार ( UNION GOVT ) ने मुद्रा लोन योजना की शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को की थी। दरअसल लंबी कागजी कार्यवाई की वजह से व्यापारी बैंक से लोन लेने में कतराते हैं । इस बात का ख्याल रखते हुए व्यापारियों को आसानी से लोन की सुविधा देने के लिए इस योजना को शुरू किया गया था । सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMY) के तहत आसानी से बिना गारंटी के लोन ले सकते हैं। मुद्रा योजना में तीन तरह के लोन दिए जाते हैं। इसके तहत 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख तक का लोन मिल सकता है।
शिशु लोन- 50,000 रुपये तक
किशोर लोन- 50,000 से 5 लाख रुपये तक
तरुण लोन- 5 लाख से 10 लाख रुपये तक
इस योजना के तहत बैंक अलग-अलग ब्याज लेते हैं लेकिन अब बैंक ब्याज दर से 2 फीसदी कम की दर पर कर्ज देंगे ।
कौन कर सकता है अप्लाई-
कोई भी व्यक्ति जो अपने व्यापार को आगे बढ़ाना चाहता है, मुद्रा योजना ( PM MUDRA LOAN SCHEME ) का फायदा उठा सकता है। इस योजना के तहत आपको 10 लाख तक का लोन मिल सकता है लेकिन फिलहाल सरकार की ये रियायत सिर्फ शुशु लोन ( SHISHU LOAN ) पर मिलेगी और इसके तहत आप 50 हजार का लोन बिना गारंटी के ले सकते हैं। लोन लेने के लिए आपको पास व्यापार से जुड़ी जानकारी, आधार कार्ड, पैन नंबर होना जरूरी है।
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