नई दिल्ली। शराब की दुकानों को खोलने के आदेश के बाद लगी भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग नियम ( Social Distancing Rules ) की धज्जियां उड़ती देख शराब की होम डिलीवरी ( Liquor Home Delivery ) शुरू हो सकती है। जानकारी के अनुसार जल्द जोमैटो ( Zomato ) इसकी शुरुआत कर सकता है। जानकारी के अनुसार देश में शराब की मांग ( Liquor Demand ) को देखते हुए ऐसा फैसला लेने पर विचार किया गया है। दूसरी ओर से ऑरेंज और ग्रीन जोन जैसे इलाकों में होम डिलीवरी करने का सुझाव भी दिया गया है। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) की ओर से सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को सिर्फ जरूरी सामानों की डिलीवरी करने की इजाजत दी है। जिसके तहत जोमैटो सामान की डिलीवरी कर रहा है।
खुली शराब की दुकानें और लगी भीड़
देश में 25 मार्च को कोरोना वायरस लॉकडाउन स्टार्ट हुआ था। जिसके बाद दूसरे चरण का लॉकडाउन 15 अप्रैल को शुरू हुआ, जो 3 मई तक था। अब इसे 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। इस शराब की दुकानों को खोलने का दबाव काफी बन रहा था। ऐसे में प्रदेश सरकारों की ओर से लॉकडाउन के 40 दिन बाद शराब की दुकानों को खोलने का आदेश दे दिया। जिसके बाद तो दिल्ली से लेकर उत्तरप्रदेश, दक्षिण भारत के कई राज्यों में शराब की दुकानों में भारी भीड़ देखने को मिली। दुकानों के बाहर लंबी लाइनें देखने को मिली। सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। इसका नतीजा यह हुआ कि मुंबई में सरकार को अपना आदेश वापस लेना पड़ा और दुकानों को दोबारा से बंद करना पड़ा। महाराष्ट्र के खासकर मुंबई में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के केस देखने को मिल रहे हैं।
कानून को लेकर छिड़ सकती है बहस
शराब की होम डिलीवरी को लेकर अभी तक कोई कानून नहीं है। ऐसे में मामले में काफी बहस छिड़ सकती है। इसका कारण यह भी है कि शराब कंपनियां काफी समय में शराब की होम डिलीवरी या फिर ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से सेल करने की डिमांड रख रही थी। इस मामले में इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार शराब की होम डिलीवरी के साथ ऑनलाइन बिक्री को लेकर भी सरकार को कानून बनाना बेहद जरूरी है। ताकि सारे काम कानूनी तरीके हो सके। साथ ही सरकार को भी रेवेन्यू में फायदा होगा। इस सुझाव के साथ जोमैटो के अलावा कई कंपनियां इस बात के फेवर में दिखाई दे रही हैं।
क्या कहता है जोमैटो
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जोमैटो के सीईओ मोहित गुप्ता ने इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया को अपना प्रपोजल भी भेजा है। इस प्रपोजल में कहा गया है कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से शराब की होम डिलीवरी को काफी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राज्यों में शराब पीने का कानून अलग है। कही 18 साल की उम्र के लोगों को शराब पीने की मंजूरी मिली हुई है, तो कहीं यह उम्र सीमा 25 साल तक है। कुछ राज्यों ने तो शराब को पूरी तरह से बैन किया हुआ है। गुप्ता के अनुसार जोमैटो ने उन इलाकों में शराब की होम डिलीवरी का प्रस्ताव भेजा है जहां पर कोरोना वायरस का असर कम है। वो देश के ऑरेंज और ग्रीन जोन के इलाके हो सकते हैं।
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