देश के सबसे बड़े कर्जदाता बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को वित्त वर्ष 2020 की जनवरी-मार्च तिमाही में 3,581 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले समान अवधि में हुए 838 करोड़ की तुलना में यह 4 गुना से ज्यादा है। बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उधर बीएसई पर बैंक का शेयर 8 प्रतिशत बढ़कर 187 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
एक साल पहले महज 862 करोड़ रुपए का था लाभ
बैंक ने बताया कि 2020 के पूरे वित्त वर्ष के दौरान शुद्ध लाभ 14,488 करोड़ रुपए रहा है। जबकि इससे पहले के साल में यह लाभ महज 862 करोड़ रुपए था। इस तरह से देखा तो सालाना आधार पर बैंक का लाभ 15 गुना से भी ज्यादा बढ़ा है। यह बैंक के इतिहास में किसी एक साल में अब तक का सबसे ज्यादा लाभ रहा है। बैंक ने वित्तीय परिणाम में कहा है कि पूरे साल के दौरान उसका परिचालन लाभ 68,133 करोड़ रुपए रहा है। जबकि एक साल पहले यह लाभ 55,436 करोड़ रुपए था।
परिचालन (ऑपरेटिंग) लाभ 22.90 प्रतिशत बढ़ा
बैंक ने बताया कि परिचालन लाभ में सालाना आधार पर 22.90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी दौरान शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 11.02 प्रतिशत बढ़ी है। शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 24 बीपीएस सुधरकर 3.19 प्रतिशत हो गई है। शुद्ध ब्याज की बात करें तो यह एक साल पहले की तुलना में 23 प्रतिशत बढ़कर 45,221 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है।
कुल डिपॉजिट 11.34 प्रतिशत बढ़ी
परिणाम के अनुसार बैंक की कुल जमा राशि 11.34 प्रतिशत बढ़ी है। यह 32.41 लाख करोड़ रुपए रही है। जमा में चालू खाता में 7.56 प्रतिशत और बचत खाता की जमा में 9.99 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। क्रेडिट ग्रोथ यानी उधारी की बात करें तो 5.64 प्रतिशत पर रही है। रुपए में यह 24.22 लाख करोड़ रुपए रहा है। इसमें रिटेल का हिस्सा 15.4 प्रतिशत रहा है। विदेश के कारोबार का योगदान 18.05 प्रतिशत रहा है।
शुद्ध एनपीए में गिरावट, 2.23 प्रतिशत रहा
बैंक ने बताया कि होम लोन का हिस्सा बैंक के कुल घरेलू एडवांस में 22 प्रतिशत रहा है। यह 13.86 प्रतिशत बढ़ा है। असेट क्वालिटी में बैंक का शुद्ध एनपीए एक साल पहले की तुलना में 78 बीपीएस कम होकर 2.23 प्रतिशत पर रहा है। रुपए में यह 51,871 करोड़ रुपए रहा है। इसी अवधि में ग्रॉस एनपीए 6.15 प्रतिशत रहा है। एक साल के दौरान यह 138 बीपीएस या 1.38 प्रतिशत कम हुआ है। रुपए में यह 1.49 लाख करोड़ रुपए रहा है। तिमाही में यह 79 बीपीएस कम हुआ है। क्रेडिट कास्ट 1.87 प्रतिशत रही है जो 79 बीपीएस कम हुई है।
बैंक ने बताया कि इसके कॉर्पोरेट लोन ग्राहकों में 38.9 प्रतिशत ग्राहक पीएसयू और सरकारी विभाग के हैं। जबकि 60.8 प्रतिशत पर्सनल रिटेल लोन हैं , जो कम जोखिम के मार्गेज पर हैं। इसके 95 प्रतिशत से ज्यादा अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन सरकार और पीएसयू विभाग के कर्मचारियों को दिए गए हैं।
No comments:
Post a Comment