टाटा समूह की कंपनी टाटा पावर जल्द ही राइट्स इश्यू ला सकती है। इस इश्यू से मिलने वाली राशि का उपयोग कर्ज घटाने और बैलेंसशीट मजबूत करने के लिए किया जाएगा। कंपनी इसके लिए इनवेस्टमेंट बैंकर्स से बात कर रही है। इसमें से कुछ राशि का उपयोग विस्तार योजनाओं पर भी किया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य कर्ज को 50 प्रतिशत घटाने का है।
टाटा पावर के एमडी प्रवीर सिन्हा ने एक चैनल से बातचीत में कहा किकर्ज घटाने के लिए हमने दो साल पहले पहल शुरू की थी। कुछ देरी हुई लेकिन हम पनटोन, टाटा कम्युनिकेशन और डिफेंस बिजनेस सहित कई डील करने में सफल रहे हैं। फिर कोरोना महामारी के दौरान सफलता पा ली। दक्षिण अफ्रीकी विनिवेश के लिए धन हासिल कर लिया।हमारी बहुत अच्छी चर्चाएं चल रही हैं।
साल के अंत तक हम सफलता हासिल करेंगे
उन्होंने कहा कि हम कोविड के बावजूद अपने लक्ष्य पर हैं और साल के अंत तक हमारा प्लान यह है कि हम आज जिस स्थिति में हैं, कर्ज को घटाकर लगभग 50 प्रतिशत तक ला देंगे। हम अपने लक्ष्य के आसपास होंगे। इसलिए मनोबल से हम इस दिशा में काम कर रहे हैं और हमें अपने लक्ष्यों को समय के भीतर पूरा करने का भरोसा है। उधर दूसरी ओर सूत्रों के मुताबिक कंपनी राइट्स इश्यू से करीबन 2,000 करोड़ रुपए जुटा सकती है। इससे वह अपने कर्ज को कम करने में सफल हो पाएगी।
अगस्त तक राइट्स इश्यू लाने की उम्मीद
हालांकि इस इश्यू के आने में अभी समय है। पर माना जा रहा है कि अगस्त मध्य तक इसे लाया जा सकता है। तब तक कंपनी इसकी प्रक्रियाओं को पूरा करेगी, जिसमें मर्चेंट बैंकर्स की नियुक्ति और अन्य प्रक्रिया होगी। हाल में टाटा पावर के एमडी एवं सीईओ प्रवीर सिन्हा ने एक कार्यक्रम में कहा था कि कंपनी चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने कर्ज को घटाकर 25,000 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखी है। फिलहाल कंपनी पर 44,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
वर्तमान माहौल में कंपनियां राइट्स इश्यू पर कर रही हैं फोकस
गौरतलब है कि कोविड-19 से बाजार के वर्तमान माहौल को देखते हुए कंपनी राइट्स इश्यू से ही अपना काम चला रही हैं। टाटा पावर एक अनलिस्टेड इंफ्रा इनवेस्टमेंट ट्रस्ट के जरिए करीबन 6,000 करोड़ रुपए की राशि जुटाने की योजना पर भी काम कर रहा है। इसके लिए कंपनी वैश्विक निवेशकों का सहारा लेगी। हाल में रिलायंस इंस्ट्रीज ने राइट्स इश्यू से 53,125 करोड़ रुपए की राशि जुटा रही है जो अब तक सबसे बड़ा इश्यू है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल, आदित्य बिरला फैशन एवं रिटेल और फ्यूचर कंज्यूमर जैसी कंपनियों ने भी पूंजी जुटाने के लिए राइट्स इश्यू का सहारा लिया था।
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