नई दिल्ली: लॉकडाउन ( corona lockdown ) की वजह से Atlas cycle कंपनी की एक फैक्ट्री ( Atlas Cycle Factory ) को बंद करने का फैसला लिया गया है। कंपनी के इस फैसले से लगभग 700 मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट ( job loss ) पैदा हो गया है। कंपनी ने ये फैसला सिर्फ कोरोना की वजह से लिया ये कहना गलत होगा क्योंकि कंपनी पहले से ही खराब आर्थिक हालात से गुजर रही थी। लेकिन बुधवार को वर्ल्ड साइकिल डे के मौके पर कंपनी के लिए इस फैसले ने सबको चौंका दिया । दरअसल कंपनी द्वारा गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में स्थित फैक्ट्री ( Atlas Cycle Factory ) को बंद करने के फैसले के चलते लगभग 700 मजदूर अचानक से सड़क पर ( unemploed worker ) आ गए ।
मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्री बंद किए जाने के बारे में पहले से कोई सूचना नहीं थी लेकिन बुधवार को फैक्ट्री के गेट पर वित्तीय संकट की वजह से फैक्ट्री बंद करने का नोटिस लगा हुआ था। साइकिल कर्मचारी संघ के महासचिव महेश कुमार का कहना है कि वो लोग पिछले 2 दिन से लगातार ऑफिस आ रहे थे लेकिन कंपनी मैनेजमेंट ने उन्हें अपने फैसले की भनक तक नहीं लगने दी।
फैक्ट्री गेट पर लगाए गए नोटिस पर लिखा था कि ‘’जैसा कि आपको पता है कि कंपनी की हालत ठीक नहीं है. फैक्ट्री चलाने के लिए सारा पैसा खत्म हो गया है। रोजमर्रा के खर्चे के लिए भी पैसे नहीं हैं। ऐसे में फैक्ट्री को चालू रखना संभव नहीं है।‘’
Atlas Cycle की ये फैक्ट्री 1990 से यहां पर है और इसमें हजारों की संख्या में मजदूर काम किया करते थे। आपको बता दें कि एक वक्त था जब एटलस और हीरो साइकिल में कड़ी टक्कर हुआ करती थी।
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