वाणिज्य मंत्रालय ने मलेशिया से आयात होने वाले इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर पर पांच साल के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा दी है। इन कैलकुलेटर्स पर 0.9 डॉलर प्रति कैलकुलेटर का शुल्क लगाया गया है। व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीआरटी) ने मार्च में राजस्व विभाग से मलेशिया से आने वाले इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की सिफारिश की थी।
मलेशिया से कम कीमत पर आते हैं कैलकुलेटर
वित्त मंत्रालय के अधीन राजस्व विभाग की ओर से बुधवार को जारी गजट नोटिफिकेशन में कहा गया है कि मलेशिया से भारत आयात होने वाले इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर सामान्य तौर पर कम कीमत पर आते हैं। इसको देखते हुए संबंधित अथॉरिटी ने निश्चित एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की सिफारिश की थी। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि घरेलू उद्योग को बचाने के लिए यह एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई गई है।
दूसरे देशों से आने वाली मलेशियाई कैलकुलेटर पर भी लगेगी ड्यूटी
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि प्रिंटर से अटैच कैलकुलेटर, प्रिंटिंग कैलकुलेटर, चार्ट और ग्राफ बनाने वाले कैलकुलेटर पर यह एंटी डंपिंग ड्यूटी नहीं लगेगी। यदि मलेशिया कैलकुलेटर किसी अन्य देश से आयात होते हैं तो उन पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई जाएगी। मलेशिया से इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर के आयात में काफी उछाल आया है। 2015-16 में जहां 2.1 लाख कैलकुलेटर आयात हुए थे, वहीं 2017-18 में यह आंकड़ा बढ़कर 10.8 लाख कैलकुलेटर पर पहुंच गया था।
चीन से सबसे ज्यादा आयात होते हैं इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर
भारत में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर चीन से आयात होते हैं। कैलेंडर वर्ष 2019 में चीन से 63.3 मिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर आयात हुए थे। इसके बाद हॉन्गकॉन्ग (47 मिलियन डॉलर) और सिंगापुर (44 मिलियन डॉलर) का नंबर आता है। 2019 में मलेशिया से 1 मिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर आयात हुए थे। हालांकि, 2018 में यह आंकड़ा 3 मिलियन डॉलर का था। मौजूदा समय में भारत ने चीन से आयात होने वाले इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर पर भी एंटी डंपिंग ड्यूटी लगा रखी है।
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