नमक से लेकर सॉफ्टवेयर क्षेत्र में कार्यरत टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को कहा कि टाटा ग्रुप के पास पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि टाटा ग्रुप निवेश के लिए मौद्रिकरण की कोई योजना नहीं बना रहा है। चंद्रशेखरन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि टाटा ग्रुप की कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए मौद्रिकरण की योजना बना रही हैं।
टाटा संस की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत
चंद्रशेखरन ने बयान में कहा कि टाटा संस की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत है। कंपनी के पास समूह की कंपनियों और नई वृद्धि पहलों को समर्थन के लिए नकदी का पर्याप्त प्रवाह है। उन्होंने कहा कि अन्य कंपनियों की तरह टाटा समूह भी कोरोनावायरस की वजह से चुनौतियों और अवसरों दोनों का सामना कर रहा है। हमारे समूह की सभी कंपनियां बेहतर तरीके से आगे बढ़ रही हैं। वे इन चुनौतियों और अवसरों दोनों पर उचित प्रतिक्रिया दे रही हैं। हमें भरोसा है कि वे और मजबूत होकर उभरेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि टाटा संस की पूंजी जुटाने को निवेश के मौद्रिकरण की कोई योजना नहीं है।
बोर्ड बैठक के फैसलों की जानकारी नहीं दी
शुक्रवार को टाटा संस के बोर्ड की बैठक हुई। इस बैठक का आयोजन ग्रुप की कंपनियों के मूल्यांकन और उनको फंड का आवंटन करने के लिए किया गया था। साथ ही प्राथमिक सेक्टरों को ज्यादा फंड दिया जाना था। लेकिन टाटा संस की ओर से जारी बयान में बोर्ड बैठक में लिए गए फैसलों की कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि, बयान में निवेश के मौद्रिकरण को लेकर चल रही अफवाहों काखंडन जरूर किया गया।
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