आजकल कोरोना के चलते हमारी मानसिकता मैं काफी कुछ परिवर्तन हुए है! जिनमें से एक है शादियों मैं मेहमानों कि कुल संख्या को सीमित करना! कोरोनाकाल एक प्रकृति का हमे छिपा हुआ आशीर्वाद है, इसमें हमें यह बताया गया है कि हम अपनी फिजूल खर्ची को कैसे रोका जाये और अपने अमूल्य धन को कैसे उपयोग मैं लिया जाये!
अब तक शादियों के
नाम पर जो खर्चा होता था, जैसे भारी-भरकम सजावट, हजारों तरीके के खाने के व्यंजन
और pre-wedding शूट जैसी कुप्रथा का चलन जो लगातार, होड़ ब होड़ बढने लगा था उनके
खर्चों से हमें बचत हुई व हमें इससे राहत महसूस कि गई! और यह बदलाव सभी को अच्छा
लगा!
इस सम्बन्ध मैं
ज्यादातर होटल वालों ने शादी के लिए एक दिन का पैकेज 50 व्यक्तियों के लिए 25000/-
से 50000/- तक तय कर दिया है जिसमें होटल वाले सभी तरह का अरेंजमेंट कर के देंगे
जैसे कि बेंड-बाजा, सजावट, पण्डित, पूजा सामग्री, सभी का खाना, एक कमरा व कई होटल
वाले तो दूल्हा-दुल्हन के कपडे भी इसी पैकेज मैं दे रहे है!
इससे सभी के पैसों
कि बचत हुई और वह पैसा लड़की के भविष्य के लिए investment के रूप मैं भी काम आया!
अब जब ज्यादातर
लोगों कि मानसिकता मैं परिवर्तन आया है तो इसमें से ही एक शादियों का नया रूप उभर
कर आया है व जिसको अब सभी पसन्द करने वाले है वह है “डेस्टिनेशन मेरिज” (destination wedding)!
इसमें कुछ सीमित संख्या मैं व्यक्ति जुड़ते है और एक अलग स्थान पर उनको ले जाया जाता है, दोनों पक्षों के सभी सदस्य साथ मिल कर इस आयोजन का भरपूर आनंद लेते हैं!
क्योकि अब सभी कि मानसिकता में परिवर्तन आया है कि कम से कम लोग हों, इससे एक नए व्यापार कि राह खुलने कि संभावना है! जिससे कई लोगों को रोजगार की भी मिलने सम्भावना है!
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