नई दिल्ली: रूस में मौजूदा वित्तीय संकट (Financial Crisis in Russia) को देखते हुए लोग कह रहे हैं कि अगर राष्ट्रपित पुतिन (Vladimir Putin) भारत के प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की राह पर चले होते तो आज यह दिन नहीं देखने को मिलता। यूक्रेन पर आक्रमण के चलते रूस में अमेरिकी पेमेंट कंपनियां (US Payment Companies) अपनी सेवाएं बंद कर रही हैं, जिससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। इसी कड़ी में अब पेमेंट कार्ड कंपनी मास्टरकार्ड (Mastercard) और वीजा (Visa) ने रूस में अपने परिचालन बंद कर दिये हैं। स्टोर्स और एटीएम में काम नहीं करेंगे कार्ड्स यूक्रेन पर हमले () के विरोध में अमेरिकी कंपनियों द्वारा यह रूस की वित्तीय प्रणाली पर यह एक बड़ा प्रहार (More Jolts to Russian Financial System) है। मास्टरकार्ड ने शनिवार को कहा कि रूसी बैंकों (Russian banks) द्वारा जारी किये गए कार्ड्स को अब उनका नेटवर्क सपोर्ट नहीं करेगा। साथ ही देश के बाहर जारी किया गया कोई भी कार्ड रूसी स्टोर्स और एटीएम (ATM) पर काम नहीं करेगा। मास्टरकार्ड ने एक बयान में कहा, 'हम इस फैसले को हल्के में नहीं ले रहे हैं। ग्राहकों, हमारे सहयोगियों और सरकारों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है।' वीजा भी बंद कर रहा अपनी सर्विस दूसरी तरफ वीजा ने कहा कि वह रूस में अपने ग्राहकों और सहयोगियों के साथ काम कर रहा है, ताकि आने वाले दिनों में सभी वीजा लेनदेनों को बंद किया जा सके। वीजा के चेयरमैन और सीईओ Al Kelly ने कहा, 'हमें रूस द्वारा यूक्रेन पर अकारण आक्रमण के विरोध में ऐसा करना पड़ा रहा है। जो घटनाएं हमने देखी हैं, वे अस्वीकार्य हैं।' यूक्रेन पर हमले के विरोध में अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएं हैं। मास्टरकार्ड और वीजा दोनों ही अमेरिका की वित्तीय कंपनियां हैं इन देशों की कई दूसरी कंपनियों ने भी रूस और उसकी जनता पर वित्तीय दबाव बनाने के लिए अलग-अलग कदम उठाए हैं। गूगल पे और ऐपल पे हुए बंद इससे कुछ दिन पहले ही रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के अंतर्गत गूगल पे (), ऐपल पे () आदि ने काम करना बंद कर दिया है। डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) का आदि होकर लोगों ने कैश रखना छोड़ दिया है, ऐसे में पेमेंट सर्विस बंद होने से गंभीर समस्या पैदा हो गई है। रूस के मेट्रो स्टेशनों समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर एटीएम से पैसा निकालने के लिए लंबी लाइनें देखी गई थीं। लेकिन अब मास्टरकार्ड और वीजा के काम नहीं करने से रूसी नागरिकों के सामने बड़ी समस्या आ जाएगी। वे एटीएम से भी पैसा नहीं निकाल पाएंगे। पीएम मोदी की हो रही तारीफ वहीं, इस बीच मोदी सरकार (Modi government) की खूब वाहवाही हो रही है। लोग सोशल मीडिया पर कह रह रहे हैं कि भारत के पास अपना रुपे कार्ड (), अपना यूपीआई सिस्टम (UPI system), अपना सैटेलाइट सिस्टम (satellite system) और अपना '₹' एक्सचेंज सिस्टम है। साथ ही अब अपनी डिजिटल करेंसी (Digital Currency) भी होगी। वे कह रहे हैं कि भारत को वित्तीय लेनदेन (Financial Transactions) में आत्मनिर्भर बनाकर मोदी सरकार ने काफी दूरदर्शिता का परिचय दिया है। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि यह रूपे कार्ड को रूस में लॉन्च करने का सबसे सही समय है। रूस नहीं बना पेमेंट सिस्टम के मामले में आत्मनिर्भर रूस की मौजूदा स्थिति बताती है कि यह देश डिजिटल पेमेंट माध्यमों के मामले में आत्मनिर्भर नहीं बन पाया। इसका परिणाम आज वहां के नागरिक चुका रहे हैं। पहले पेमेंट एप्स बंद हुए तो लोग एटीएम की ओर भागे। लेकिन अब मास्टरकार्ड और वीजा का परिचालन बंद होने से क्रेडिट और डेबिट कार्ड (Credit and Debit Cards) भी काम नहीं करेंगे। ऐसे में रूसी नागरिकों के लिए वित्तीय लेनदेन काफी मुश्किल होने वाला है। अगर राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी की तरह देश को डिजिटल लेनदेन में आत्मनिर्भर बनाया होता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता।
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