नई दिल्ली: मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ( pm modi ) ने देश को 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान का । उसके बाद से वित्त मंत्री ( finance minister nirmala sitharaman ) हर दिन प्रेस कांफ्रेंस कर लोगों को इस पैकेज से जुड़ी जानकारियां दे रही है। पिछले 3 दिनों में सरकार लगभग 18 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान कर चुकी है । आज एक बार फिर वित्त मंत्री ( finance minister ) प्रेस कांफ्रेंस ( finance minister press conference ) कर आर्थिक पैकेज ( economic relief package ) की चौथी या यूं कहे कि आखिरी किस्त का ऐलान करेंगी। देखने वाली बात ये होगी कि लोकल के लिए वोकल ( vocal for local ) हो चुकी मोदी सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आज INFRA REFORM की घोषणा कर सकती हैं।
सूत्रों की मानें तो FDI,कोल, एविएशन ( AVIATION ) पर ऐलान संभव है। कहा तो ये भी जा रहा है कि राहत पैकेज की चौथी किस्त में इंफ्रास्ट्रक्चर ( INFRASTRUCTURE ) की परिभाषा में भी बदलाव हो सकता है। परिभाषा बदलने के साथ इसमें नए सेक्टर्स के जुड़ने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही मोदी सरकार द्वारा नेशनल इंफ्रा पाइपलाइन पर बनी टास्क फोर्स की सिफारिशों का भी एलान भी आज किया जा सकता है । पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 6400 प्रोजेक्ट्स की पहचान हो चुकी है। 100 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट के लिए सरकार आपनी तिजोरी खोल सकती है।
अब तक हो चुके हैं ये ऐलान- पिछले तीन दिनों में सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग ( MSMEs ) के लिए राहत पैकेज का ऐलान कर चुकी है । इसके साथ ही सरकार ने प्रवासी श्रमिकों ( Migrant Labour ) के कल्याण के लिए भी तिजोरी खोली और पिछली किस्त में सरकार ने अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कृषि और किसान के लिए मदद का ऐलान किया । एक नजर में देखिए सरकार ने किस दिन कितने लाख के पैकेज का ऐलान किया
कुल पैकेज – 20 लाख करोड़
प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा से पहले सरकार ने बांटा | 735000 करोड़ का पैकेज |
घोषणा के बाद पहली किस्त | 594250 करोड़ रुपए |
घोषणा के बाद दूसरी किस्त | 316000 करोड़ रुपए |
घोषणा के बाद तीसरी किस्त | 155000 करोड़ रुपए |
इस तरह से सरकार अब तक 18 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान कर चुकी है। यानि शनिवार को होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में वित्त मंत्री लगबग 2 लाख करोड़ का आवंटन करने वाली है।
किन सेक्टर्स को है राहत का इंतजार- आपको बता दें कि आत्मनिर्भर अभियान के तहत मोदी सरकार ने अभी तक सिर्फ छोटे और मध्यम उद्योग और किसानों के लिए राहत का ऐलान किया है, लेकिन अभी भी AVIATION Industry , TOURISM और होटेल इंडस्ट्री, Manufacturing सेक्टर को राहत की दरकार है । दरअसल लॉकडाउन से पहले ही ट्रैवेल और टूरिज्म पर रोक लगने की वजह से इन उद्योगधंधों का काम रुक गया था। एयरलाइंस इंडस्ट्री का आलम ये है कि इस इंडस्ट्री से जुड़ी कई कंपनियां दिवालिया होने की कगार पर है। इस इंडस्ट्री को एक अनुमान के मुताबिक हर दिन 75-80 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है ।
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