नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) का आईपीओ (IPO) मार्च में लाने की तैयारी है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इसमें एलआईसी के पॉलिसीहोल्डर्स के लिए भी कुछ हिस्सा रिजर्व होगा और उन्हें सस्ते में शेयर दिए जाएंगे। लेकिन इसके लिए उन्हें आज ही दो काम करने होंगे। केवल वही पॉलिसीहोल्डर्स इसके लिए आवेदन कर सकते हैं जिनका पैन पॉलिसी से जुड़ा होगा और जिनके पास डीमैट अकाउंट होगा। एलआईसी अपने पॉलिसीधारकों को पांच फीसदी तक डिस्काउंट दे सकती है। इस आईपीओ का पांच फीसदी हिस्सा कर्मचारियों और 10 फीसदी पॉलिसीहोल्डर्स के लिए रिजर्व रखा गया है। एलआईसी के 26 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स के लिए 3.16 करोड़ शेयर रिजर्व रखे गए हैं। लेकिन केवल वही पॉलिसीहोल्डर्स इसके लिए आवेदन कर सकते हैं जिनका पैन पॉलिसी से जुड़ा होगा और जिनके पास डीमैट अकाउंट होगा। 35 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए एलआईसी के आईपीओ का इसका कुल 35 फीसदी हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए है। यानी पॉलिसीहोल्डर अधिकतम चार लाख रुपये तक के शेयरों के लिए बोली लगा सकता है। वह पॉलिसीहोल्डर और रिटेल कैटगरी में बोली लगा सकता है। अगर दोनों आवेदन एक ही डीमैट अकाउंट से किए जाते हैं, तब भी यह वैध माना जाएगा। पॉलिसीहोल्डर्स के लिए कोई लॉकइन पीरियड नहीं होगा और वे लिस्टिंग के दिन ही शेयर बेच सकते हैं। पॉलिसीहोल्डर्स के पास अपने नाम से डीमैट अकाउंट होना चाहिए। साथ ही उसे 28 फरवरी तक अपने पॉलिसी रेकॉर्ड में पैन (PAN) अपडेट करना जरूरी है। पॉलिसी 13 फरवरी, 2022 को या उससे पहले जारी होनी चाहिए। ग्रुप पॉलिसीज इसके लिए वैलिड नहीं है। नॉमिनीज और मृतक पॉलिसीहोल्डर की एन्युटी पा रहा जीवनसाथी इसके लिए आवेदन नहीं कर सकता है। एलआईसी वेबसाइट पर ऐसे अपडेट करें पैन स्टेप 1: एलआईसी की वेबसाइट https://licindia.in/ या https://ift.tt/1S8RrOt पर जाएं। स्टेप 2: होम पेज पर 'Online PAN Registration' विकल्प सेलेक्ट करें। स्टेप 3: Online PAN Registration पेज पर 'Proceed' बटन पर जाएं। स्टेप 4: अपना ईमेल एड्रेस, पैन, मोबाइल नंबर और LIC पॉलिसी नंबर डालें। स्टेप 5: बॉक्स में अपना कैप्चा कोड डालें। स्टेप 6: 'Get OTP' पर क्लिक करें। स्टेप 7: OTP सबमिट करें। ऐसे चेक करें PAN-LIC स्टेटस स्टेप 1: https://ift.tt/R2Y8VqG पर जाएं। स्टेप 2: अपना पॉलिसी नंबर, जन्मतिथि और PAN डालें। इसके बाद कैप्चा डालकर सबमिट कर दें। डीमैट अकाउंट किसी भी आईपीओ के लिए आवेदन करने या शेयरों की खरीद और बिक्री के लिए डीमैट होना जरूरी है। भारत में दो डिपॉजिटरीज NSDL और CDSL हैं। कई फाइनेंशियल संस्थाएं इन डिपॉजिटरीज में पार्टिसिपेंट हैं। इन्हें 'Depository Participants' कहा जाता है। इनमें से किसी के साथ भी डीमैट अकाउंट खोला जा सकता है। अगर किसी पॉलिसीहोल्डर के पास पहले से ही डीमैट अकाउंट है तो उसे नया खुलवाने की जरूरत नहीं है।
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